मध्यप्रदेश की राज्य सेवा परीक्षा 2021 के परिणामों में छठे स्थान पर रहकर उप जिलाधिकारी (डिप्टी कलेक्टर) पद पर चयनित होने वाली प्रियल यादव की कहानी आपको प्रेरित कर सकती है। प्रियल यादव को अपनी निरंतर मेहनत और उत्साह के लिए जाना जाता है। वे 11वीं कक्षा में एक बार फेल हो गई थीं, लेकिन इस नाकामी से हार नहीं मानी और नई ऊर्जा के साथ पढ़ाई में अपना मन लगा दिया।
उनकी निरंतर परीक्षा की तैयारी और लगन ने उन्हें सफलता के रास्ते पर ले जाया। प्रियल ने राज्य सेवा परीक्षा में तीन बार दिखाई दी और तीसरे बार में डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयनित होने का सम्मान पाया।
उन्होंने बताया कि उनका सपना भी आईएएस अधिकारी बनने का है, और वह इस क्षेत्र में अपनी उपलब्धियों को बढ़ावा देती रहेंगी।
प्रियल यादव के पिता कृषि के क्षेत्र में अपना काम करते हैं, जबकि मां गृहिणी हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें अपने माता-पिता के साथीपन मिला है, जिसने उन्हें पढ़ाई करने का समर्थन दिया।
मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (मध्यप्रदेश पीएससी) ने 2021 की राज्य सेवा परीक्षा के परिणाम को घोषित किया है, जिसमें प्रियल यादव भी शामिल हैं। इस परीक्षा में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के उम्मीदवारों का 27 प्रतिशत आरक्षण है।